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अगोरी में नियमो को ताक पर रखकर काश्त का दिया गया पट्टा खड़ी फसल पर खनन की तैयारी

अगोरी में नियमो को ताक पर रखकर काश्त का दिया गया पट्टा खड़ी फसल पर खनन की तैयारी

 अगोरी में नियमो को ताक पर रखकर काश्त का दिया गया पट्टा खड़ी फसल पर खनन की तैयारी     


सोनभद्र। अगोरी खास खंड दो के पट्टा धारक की तरफ से  डीएम को दी गई शिकायत में कहा गया है कि कुछ लोगों ने तथ्यों को छुपाकर निजी काश्त वाली  फसल बोई जमीन पर, बालू हटाकर जमीन को खेती योग्य बनाने के नाम पर काश्तकारी पट्टा हासिल कर लिया है। जबकि खनन तो दूर वर्तमान में ही उस पर फसल बोई हुई है। पट्टा धारक का कहना है कि इससे स्पष्ट है कि पट्टा भले ही फसल बोई जमीन पर हासिल किया गया है लेकिन खनन उसके बाद वाली जगह पर किया जाएगा। उन्हें जो पट्टा आवंटित किया गया है वह काश्तकारी परमिट वाली जगह से महज 20 मीटर दूर है। इससे उन्हें पूरी आशंका है कि उनके हिस्से वाली एरिया से बालू खनन किया जाएगा। उनके पट्टे वाली एरिया में अवैध खनन होने की दशा में राजस्व की समय से अदायगी को लेकर भी असमर्थता जताई गई है। मामले को देखते हुए डीएम की तरफ से एक टीम भी भेज कर मौके पर नापी कराई गई। बताया जाता है कि नापी के दौरान नोकझोंक की भी कई बार स्थिति बनी। फसल बोई जमीन पर ही बालू खनन के लिए काश्तकारी पट्टा हासिल करने की बात सामने आई। मामले को गरमाता देख पट्टा धारक को अपने एरिया में ही खनन करने की हिदायत भी दी गई लेकिन सवाल उठता है कि  जिस जमीन पर फसल वर्तमान में ही बोई हुई है। उस जमीन को खेती योग्य बनाने के लिए, उस पर जमा बालू खनन के नाम पर काश्तकारी पट्टा कैसे आवंटित किया जा सकता है।

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