सोनभद्र - मुझको राणा जी माफ करना गलती मारे से हो गई,भूपेश
(संवाददाता - सुभाष पांडेय)
सोनभद्र - उत्तर प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव में कोई भी प्रत्याशी चुनाव जीतने के लिए कोई भी हथकंडा अपनाने से बाज नहीं जा रहा है, एक ताजा मामला उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले से निकल कर सामने आया है जो सबको चौंका कर रख दिया आपको बता दें कि सोनभद्र के रावटसगंज विधानसभा सीट से भाजपा विधायक भूपेश चौबे का एक ऐसा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें विधायक भूपेश चौबे कान पकड़ कर उठक बैठक करते नजर आ रहे हैं बताया जा रहा है कि मंगलवार को भाजपा के चुनाव कार्यालय पर आयोजित त्रिदेव सम्मेलन के दौरान कुछ कार्यकर्ताओं और आम जनता की ओर से कुछ ऐसी बातें सामने आने के बाद विधायक भूपेश चौबे मंच पर खड़े हुए और कान पकड़ कर उठक बैठक लगाने लगे भाजपा विधायक को उठक बैठक लगाते देख मंचासीन पर पार्टी के नेताओं ने उन्हें रोक लिया तब तक भाजपा विधायक भूपेश चौबे आधा दर्जन से ज्यादा उठा बैठक कर चुके थे सोशल मीडिया पर इस वायरल वीडियो की खूब चर्चा हो रही है !
आपको बता दें कि रावटसगंज सीट से 2017 में सपा प्रत्याशी अविनाश कुशवाहा को हराकर भाजपा के भूपेश चौबे विधायक बने थे पार्टी ने इस बार फिर से भूपेश चौबे पर ही दांव लगाया है टिकट मिलने के बाद से ही पार्टी में गुटबाजी तेज हो गई है कई कार्यकर्ता 5 साल तक दूरी का हवाला देते हुए विधायक से नाराजगी भी जता रहे हैं हालांकि मंच से विधायक को उठक बैठक करता देख हर कोई अचंभा रह गया है, सूत्रों की मानें तो सदर विधायक भूपेश चौबे ने अपने 5 साल के कार्यकाल में ना तो पार्टी के कार्यकर्ताओं को खुश रख पाया है और ना ही आम जनता को जिससे भाजपा के चुनाव कार्यालय पर आयोजित त्रिदेव सम्मेलन के दौरान लोगों ने विरोध जताया जिसके बाद भूपेश चौबे उठक बैठक करके लोगों के सामने अपने गलती का एहसास करते नजर आए और लोगों से उठक बैठक के दौरान माफी मांगे वहीं जब मीडिया ने इसके बारे में कार्यक्रम में सम्मिलित होने आए मुख्य अतिथि झारखंड के पूर्व मंत्री और विधायक से बात किया तो उन्होंने बताया कि अनजाने में एक चींटी भी मर जाती है इसलिए 5 साल के कार्यकाल में जो भी जाने अनजाने में सदर विधायक भूपेश चौबे द्वारा जो भी गलती हुई है !इस उठक बैठक से आम जनता और कार्यकर्ताओं से क्षमा याचना किया गया है और लोगों से माफी मांगी गई है हालांकि सदर विधायक भूपेश चौबे के इस उठक बैठक से राजनीति में काफी उलटफेर सामने आया है और सोनभद्र के सदर विधानसभा सीट की राजनीति गरमा गई है वहीं विपक्ष का आरोप है कि भाजपा के सदर विधायक भूपेश चौबे ने 5 साल के कार्यकाल में अपने विधानसभा में कोई कार्य नहीं कराया है जिससे वह उठक बैठक करके माफी मांग रहे हैं हालांकि विधायक के इस उठक बैठक से एक हिंदी फिल्म का गाना भी याद आ जाता है मुझको राणा जी माफ करना गलती मारे से हो गई इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि सदर विधायक भूपेश चौबे ने अपने 5 साल के कार्यकाल में बहुत बड़ी गलती की है जिसका वह पश्चाताप आगामी विधानसभा चुनाव 2022 में करने को मजबूर हैं !
आपको बता दें कि रावटसगंज सीट से 2017 में सपा प्रत्याशी अविनाश कुशवाहा को हराकर भाजपा के भूपेश चौबे विधायक बने थे पार्टी ने इस बार फिर से भूपेश चौबे पर ही दांव लगाया है टिकट मिलने के बाद से ही पार्टी में गुटबाजी तेज हो गई है कई कार्यकर्ता 5 साल तक दूरी का हवाला देते हुए विधायक से नाराजगी भी जता रहे हैं हालांकि मंच से विधायक को उठक बैठक करता देख हर कोई अचंभा रह गया है, सूत्रों की मानें तो सदर विधायक भूपेश चौबे ने अपने 5 साल के कार्यकाल में ना तो पार्टी के कार्यकर्ताओं को खुश रख पाया है और ना ही आम जनता को जिससे भाजपा के चुनाव कार्यालय पर आयोजित त्रिदेव सम्मेलन के दौरान लोगों ने विरोध जताया जिसके बाद भूपेश चौबे उठक बैठक करके लोगों के सामने अपने गलती का एहसास करते नजर आए और लोगों से उठक बैठक के दौरान माफी मांगे वहीं जब मीडिया ने इसके बारे में कार्यक्रम में सम्मिलित होने आए मुख्य अतिथि झारखंड के पूर्व मंत्री और विधायक से बात किया तो उन्होंने बताया कि अनजाने में एक चींटी भी मर जाती है इसलिए 5 साल के कार्यकाल में जो भी जाने अनजाने में सदर विधायक भूपेश चौबे द्वारा जो भी गलती हुई है !इस उठक बैठक से आम जनता और कार्यकर्ताओं से क्षमा याचना किया गया है और लोगों से माफी मांगी गई है हालांकि सदर विधायक भूपेश चौबे के इस उठक बैठक से राजनीति में काफी उलटफेर सामने आया है और सोनभद्र के सदर विधानसभा सीट की राजनीति गरमा गई है वहीं विपक्ष का आरोप है कि भाजपा के सदर विधायक भूपेश चौबे ने 5 साल के कार्यकाल में अपने विधानसभा में कोई कार्य नहीं कराया है जिससे वह उठक बैठक करके माफी मांग रहे हैं हालांकि विधायक के इस उठक बैठक से एक हिंदी फिल्म का गाना भी याद आ जाता है मुझको राणा जी माफ करना गलती मारे से हो गई इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि सदर विधायक भूपेश चौबे ने अपने 5 साल के कार्यकाल में बहुत बड़ी गलती की है जिसका वह पश्चाताप आगामी विधानसभा चुनाव 2022 में करने को मजबूर हैं !
चुनाव के समय में नेताजी को समझ में आता है की दूरी जनता से बना कर रखना क्या होता है चेहरा सिर्फ योगी जी और मोदी जी नहीं तो हमारे विधायक जी लोगों को देखकर तो शायद ही कुछ लोग वोट दें काम करेंगे नहीं सिर्फ गेस्ट हाउस में आराम करना है इन लोगों को
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