रक्तदाता दिवस: ना करें खून का सौदा, फ्री में देकर बचाएं लाखों की जिंदगी, दूसरों को भी करें प्रेरित: आचार्य प्रमोद चौबे
विश्व रक्तदाता दिवस 14 जून
जिंदगी की जंग में फ्री में खून देने से मिलेगी खुश बचेगी लाखों जिंदगी:
हाँ-भाई-हाँ! खून का सौदा तो खूब होते हैं पर जिन्होंने फ्री का सौदा किया है। उनसे उनकी खुशी पूछिए ! वे क्या जाने जिन्होंने कभी खून नहीं दिया ! आप सोच रहे होंगे कि बैरी जमाना खून करने पर उतारू है। आप हैं जो खून
फ्री में देने की वकालत कर रहे हैं। संसार में हजारों लोग हैं, जो नियत अंतराल के बाद खून देते हैं। खून के अभाव में लाखों जिंदगियाँ खत्म होती हैं और दान में मिले रक्त से विश्वभर में लाखों जिंदगियाँ बचती हैं। हम खून देते रहें तो खून की कमी से हो रही मौतें कम हों। जिन्होंने भी खून देकर जिंदगी बचाई है, विश्व रक्तदाता दिवस पर उनके लिए हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वे सदैव सुख-सम्पदा से पूर्ण रहे।
रक्तदाता का करें सम्मान:
विश्व रक्तदाता दिवस हर वर्ष 14 जून को मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 14 जून की तारीख को रक्तदान दिवस घोषित किया है। वर्ष 2004 में स्थापित विश्व रक्तदाता दिवस सुरक्षित रक्त उत्पादों की जरूरतों के बारे में जागरूक करता है। जीवन की रक्षा के लिए रक्त दान को प्रोत्साहित और रक्तदाताओं का आभार व्यक्त करता है। स्वस्थ व्यक्ति तीन माह में एक बार रक्तदान कर सकता है।
ब्लड बैंक में रक्तदान:
शासन से अधिकृत ब्लड बैंक में रक्तदान करें और वहीं से रक्त भी लें। बिना चिकित्सकीय सलाह के रक्त का आदान-प्रदान कदापि न करें। ब्लड बैंक पर एचआईवी सहित अन्य जांच आदि की उपरांत ही खून का आदान-प्रदान होता है।
रक्तदान से फायदा:
-रक्तदान से पुरानी आरबीसी सेल निकल जाती हैं। दोबारा खून तेजी से बनता है।
-नियमित रक्तदान से व्यक्ति में बीमारी से लड़ने की ताकत बढ़ती है।
करेंगे रक्तदान:
-व्यक्ति के रक्त में 12.5 ग्राम या इससे अधिक हीमोग्लोबिन का स्तर हो।
-18 से 65 साल का कोई भी व्यक्ति रक्तदान कर सकता है।
-रक्तदान के दौरान व्यक्ति का रक्त लगभग 350 से 450 मिलीलीटर लिया जाता है।
नहीं देगें खून:
हाईपरटेंशन, बुखार, पीलिया, ऑपरेशन वाले मरीज, अस्थमा, एचआईवी पॉजटिव, मिर्गी के मरीज रक्तदान नहीं कर सकते। गर्भावस्था के दौरान महिलाएं रक्तदान नहीं कर सकती हैं।
रक्तदान का नारा:
"प्राणी के जीवन का करें सम्मान,
तीन महीने में करें रक्तदान।"
“रक्तदान है बड़ा दान, जो है एक पुण्य काम।”
"जरुरतमंद को जीवनदान, रक्तदान -रक्तदान।”
“रक्त दान महादान, दूसरों का जीवन दान।”
“मानवता के मंच से हम करें एलान, समय-समय पर सभी करेंगे रक्तदान।”
आचार्य प्रमोद चौबे
स्तम्भकार व प्रवक्ता
"गुरुधाम" श्रीराम नगर खैरटिया निकट सेक्टर नौ (बी) ओबरा सोनभद्र उप्र मो.9415362474
0 Response to "रक्तदाता दिवस: ना करें खून का सौदा, फ्री में देकर बचाएं लाखों की जिंदगी, दूसरों को भी करें प्रेरित: आचार्य प्रमोद चौबे"
एक टिप्पणी भेजें