सनातन धर्म में वट सावित्री व्रत का विशेष महत्व: रामअनुज
घोरावल (सोनभद्र)
सनातन धर्म में वट सावित्री के व्रत का विशेष महत्व होता है। वट के वृक्ष में ब्रह्मा विष्णु महेश का वास होता है, जो ज्ञान व निर्माण का प्रतीक है। पर्यावरण की दृष्टि से भी इसे बहुत ही उपयोगी माना जाता है। सिद्धेश्वर महादेव सेवा संस्थान महुआंव पाण्डेय घोरावल के संस्थापक राम अनुज धर द्विवेदी ने कहा कि वट सावित्री व्रत मान्यताओं के अनुसार इसी दिन सावित्री ने यमराज से अपने पति सत्यवान के प्राणों की रक्षा की थी। जिससे प्रेरित होकर वट सावित्री अमावस्या के दिन सौभाग्यशाली औरतें अपने पति की लंबी उम्र की कामना करते हुए व्रत करती हैं। इस व्रत को सभी स्त्रियां कर सकती हैं। इस व्रत से पति की लम्बी आयु, सुख समृद्धि और अखंड सौभाग्यवती का वरदान मिलता है। कलह और संताप से छुटकारा होता
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