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सोनभद्र- यूपीएल से गुस्साए परिजन विधवा के साथ थाने में बैठे जताया आक्रोश

सोनभद्र- यूपीएल से गुस्साए परिजन विधवा के साथ थाने में बैठे जताया आक्रोश

देर रात थाने पर आर्थिक मदद और यूपीएल अधिकारी से वार्ता के बाद शव लेकर गए बीजपुर(सोनभद्र)गुरुवार को एनटीपीसी रिहंद परियोजना के अंदर फांसी के फंदे से लटका युवक का शव मिलने के बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर अंत्यपरीक्षण के लिए दुद्धी सामुदायिक केंद्र भेज दिया था। शाम को पोस्टमार्टम के बाद जब शव को लेकर पुलिस मृतक के घर पहुंची तो घर पर कोई नही था घर के परिजन पहले से ही थाने पर बैठे हुए थे। परिजन थाने पर बैठ कर मृतक के मासूम दोनों बच्चों के पालन पोषण के लिए मृतक की पत्नी को यूपीएल में नॉकरी एवं आर्थिक मदद की मांग कर रहे थे। पुलिस ने कई बार समझाया लेकिन लोग मानने को तैयार नही थे देररात तक थाने पर सुभचिंतक सहित परिजन डटे रहे। परिजनों ने आरोप लगाया कि आखिर पुलिस को इतनी जल्दी क्या है जो जल्दबाजी में अंतिम संस्कार करवाना चाहती है? आत्महत्या मामले में इतनी पुलिस फोर्स क्यों बुला ली गयी? जब शव दुद्धी से लाया जा रहा था तब पुलिस की गाड़ियां रास्ते मे क्यों खड़ी रही? खुद पुलिस शव लेकर उनके घर क्यों पहुंची? इन्ही तमामं सवालों को मृतक की पत्नी राधिका ने जब पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद सिंह से पूछा तो पुलिस अधीक्षक तत्काल हरकत में आए और उन्हीं के आदेश पर पुलिस मृतक के घर से रात लगभग 11 बजे शव को लेकर पुनः बीजपुर थाना पहुँची लगभग एक घण्टे की वार्ता के बाद यूपीएल के अधिकारियों ने विधवा राधिका को नॉकरी देने एवं बीस हजार की आर्थिक मदद व दाह संस्कार के लिए तत्काल नगद धनराशि दी गयी तब जाकर परिजनों द्वारा शव को लिया गया और शुक्रवार की सुबह अंतिम संस्कार किया। उक्त आशय की जानकारी देते हुए प्रभारी निरीक्षक देवतानन्द सिंह ने बताया कि यूपीएल और मृतक की पत्नी तथा परिजनों के बीच अब कोई विवाद नही है शव का दाह संस्कार भी परिजन कर दिए हैं। इस दौरान जिला पंचायत सदस्य रामविचार गौड़ , रामचन्द्र गुप्ता, कृष्ण मुरारी, सन्तोष, सहित ग्राम प्रधान उपस्थिति रहे।

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